UPSC kya hota hai प्रशासनिक सेवाओं की भर्ती में एक महत्वपूर्ण भूमिका

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UPSC kya hota hai (UPSC) का पूरा नाम भारतीय संघ लोक सेवा आयोग है। यह भारत में सिविल सेवा के लिए संगठित की गई परीक्षा है जिसे हिंदी में "यूपीएससी" या "सिविल सेवा परीक्षा" कहा जाता है। इस परीक्षा का उद्देश्य भारत सरकार में उच्च स्तरीय अधिकारियों की भर्ती करना होता है। यह परीक्षा लगभग हर साल आयोजित की जाती है। यह परीक्षा भारतीय सविंधान द्वारा स्वीकृत सभी भाषाओं मे ली जाती है।

UPSC की स्थापना 1 अक्टूबर 1926 को ब्रिटिश सत्ता के दौरान भारत की स्थापित प्रशासनिक सेवाओं की भर्ती के लिए की गई थी। इससे पहले, भारत में प्रशासनिक सेवाओं की भर्ती लोक स्तर पर होती थी लेकिन ब्रिटिश सत्ता ने एक ऐसी आवश्यकता को महसूस करते हुए एक मानक तैयार किया जो उच्च स्तरीय चयन प्रक्रिया के माध्यम से प्रशासनिक सेवाओं की भर्ती कर सके। उस समय से अब तक, UPSC भारत के प्रशासनिक सेवाओं की भर्ती में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।वर्तमान में यह भारत सरकार के अधीन एक स्वायत्त आयोग है। UPSC का मुख्यालय नई दिल्ली में है। यह आयोग अनुच्छेद 315 से 323 तथा अन्य संबंधित अनुच्छेदों के तहत भारत संविधान के अंतर्गत स्थापित किया गया है।

UPSC kya hota hai

UPSC भारतीय संविधान के अनुसार नियुक्ति की प्रक्रिया द्वारा भारत सरकार के विभिन्न विभागों के लिए निम्नलिखित पदों के लिए भर्ती करता है:
  • भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS)

  • भारतीय पुलिस सेवा (IPS)

  • भारतीय विदेश सेवा (IFS)

  • भारतीय वन सेवा (IFS)

  • भारतीय वाणिज्य सेवा (ICS)

  • भारतीय इंजीनियर सेवा (IES)

  • भारतीय स्टैटिस्टिकल सेवा (ISS)

  • भारतीय अर्थ विज्ञान सेवा (IAAS)

  • भारतीय रेलवे सेवा (IRS)

UPSC परीक्षा के लिए तीन चरण होते हैं - 

प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और व्यक्तिगतता विश्लेषण और साक्षात्कार। UPSC परीक्षा हिंदी भाषा सहित भारतीय संविधान के अनुच्छेद 8 अंतर्गत आने वाली सभी प्रादेशिक भाषाओंमे में भी उपलब्ध होती है।

UPSC से चयनित इन सभी सेवाओंमें से सिर्फ 3 सेवाओं को अखिल भारतीय सेवा (All India Services) कहा जाता है। जो सीधा आम जनता से जुड़े होते है वह निम्नलिखित है।

  • भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) - इस सेवा में लोगों को भारत के विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की प्रशासनिक और नियोजन शाखाओं में काम करने का मौका मिलता है।
  • भारतीय पुलिस सेवा (IPS) - इस सेवा में लोगों को पुलिस संगठनों में काम करने का मौका मिलता है। इन संगठनों में शामिल होते हुए लोगों को देश की आवश्यकताओं के अनुसार उच्च सुरक्षा व्यवस्था तैयार करने का काम दिया जाता है।
  • भारतीय वन सेवा (IFS) - भारत सरकार की तीन प्रमुख अखिल भारतीय सेवाओं में से एक है। इस सेवा के अधिकारी वन और वन्य जीवन संरक्षण, पर्यावरण विकास और प्रबंधन, वन संबंधी नीति और कानून, जलवायु परिवर्तन और अन्य पर्यावरण संबंधी मुद्दों के समाधान के लिए काम करते हैं।
इन तीनों अखिल भारतीय सेवाओंकी जानकारी विस्तृत में जानते है।

भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) -

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 भारत सरकार की शीर्ष सिविल सेवा है जो संघ, राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में व्यापक प्रशासनिक और राजनैतिक कार्यों के लिए जिम्मेदार होती है। यह सेवा भारत के संविधान के अनुसार, संघ लोक सेवा आयोग के अधीन होती है।

IAS अधिकारियों की नियुक्ति योग्यता, सामान्य ज्ञान, संघर्ष और निष्ठा पर आधारित होती है। इन अधिकारियों को अनेक संघर्षों का सामना करना पड़ता है, जैसे कि व्यापक समस्याओं का समाधान, लोगों को सामाजिक एवं आर्थिक विकास के लिए उन्नत करना, राजनीतिक स्थिति को सुधारना, लोगों को शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं से लाभ पहुंचाना, और अन्य अधिकृत कार्यों को नियंत्रित करना।

IAS परीक्षा भारत सरकार द्वारा वर्ष में एक बार आयोजित की जाती है जो उम्मीदवारों को भारतीय प्रशासनिक सेवा में भर्ती के लिए चयनित करती है। IAS अधिकारियों में जिला कलेक्टर ,डिविशनल कमिश्नर से लेकर राज्य सचिव और केंद्रीय कैबिनेट सचिव तक होते है।

IAS अधिकारी बनाना सभी विद्यार्थियों का सपना होता है, IAS बनने के लिए देखते है जरुरी योग्यता :

IAS बनने के लिए निम्नलिखित चरणों को पूरा करना होगा:
  • प्रारंभिक शिक्षा: IAS बनने के लिए, उम्मीदवारों को कम से कम एक बैचलर डिग्री प्राप्त करनी होगी।
  • संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) परीक्षा: उम्मीदवारों को संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) के द्वारा आयोजित की जाने वाली तीन स्तरीय परीक्षा को पास करना होगा। प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार (पर्सनलिटी टेस्ट) सम्मिलित होते हैं।
  • अनुभव की अवधि: उम्मीदवार को सफलतापूर्वक UPSC परीक्षा के बाद अनुभवी अधिकारियों के रूप में तीन साल से अधिक काम करना होगा।
  • अभ्यास और तैयारी: उम्मीदवार को अच्छी तैयारी और अभ्यास करना होगा। संघ लोक सेवा आयोग के द्वारा निर्धारित सिलेबस के अनुसार उन्हें पाठ्यक्रम की अच्छी तैयारी करनी होगी।
  • व्यक्तिगत साक्षात्कार: उम्मीदवारों के लिए सफलता प्राप्त करने के बाद, उन्हें व्यक्तिगत साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है। साक्षत्कार के बाद चयनीत उमेदवार अखिल भारतीय सेवओमे नियुक्त किया जाता है

भारतीय पुलिस सेवा (IPS) - 

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 भारत में स्थापित एक केंद्र सरकारी सेवा है जो नागरिकों की सुरक्षा और व्यवस्था की रक्षा के लिए जिम्मेदार है। इस सेवा की स्थापना भारतीय पुलिस अधिनियम, 1861 के बाद की गई थी जब ब्रिटिश शासन ने इसे शुरू किया था।

IPS अधिकारियों को भारत की संवैधानिक रक्षा और व्यवस्था के लिए जिम्मेदार बनाया गया है। इन अधिकारियों का प्रमुख काम लोगों की सुरक्षा और अपराधों की रोकथाम के लिए अधिकार और शक्ति का उपयोग करना होता है। वे अपराध जांच, अपराधों के विरुद्ध कार्रवाई, उच्च रिक्त पदों के नियुक्तियों, जन सुरक्षा कार्यक्रमों के निर्देशन, विभिन्न स्तरों के पुलिस अधिकारियों की प्रशिक्षण आदि के लिए जिम्मेदार होते हैं।

IPS अधिकारियों को भारत की सभी राज्यों में काम करने की अनुमति होती है। इन अधिकारियों का चयन भारतीय सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से किया जाता है।चयनीत उमेदवार को जिला SP ,SSP, पुलिस उपायुक्त,पुलिस आयुक्त से लेकर पुलिस महासंचालक तक प्रमोटेड होते है और केन्द्र  सर्कार में असभ्य अर्ध्दसैनिक बल जैसे BSF,ITBP,SSB,CRPF,CISF,NDRF आदि में भी उच्च पदों पर चयनीत  किया जाता है। 


IPS बनने के लिए निम्नलिखित प्रक्रिया को पूरा किया जाना चाहिए:

  • योग्यता: IPS बनने के लिए उम्मीदवार को एक मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक उत्तीर्ण होना आवश्यक होता है।
  • सिविल सेवा परीक्षा: IPS बनने के लिए सबसे महत्वपूर्ण प्रक्रिया है सिविल सेवा परीक्षा (Civil Services Examination) की उत्तीर्णता। यह परीक्षा संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित की जाती है। यह परीक्षा तीन चरणों में होती है: प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और आयोगित साक्षात्कार। उम्मीदवारों को इन तीन चरणों में सफलता हासिल करनी होगी ताकि वे IPS अधिकारी के लिए चयनित हो सकें।
  • फिजिकल एवलुएशन: चयनित उम्मीदवारों को एक फिजिकल एवलुएशन टेस्ट (Physical Evaluation Test) देना होगा। इस टेस्ट में उनकी शारीरिक योग्यता, स्थूल और सूक्ष्म दृष्टि जांची जाती है।
  • ट्रेनिंग: चयनित उम्मीदवारों को भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के लिए नौकरी प्रारंभ करने से पहले पुलिस अकादमी में ट्रेनिंग दी जाती है। इस प्रशिक्षण में उन्हें विभिन्न कौशल और तकनीकों का परिचय दिया जाता है जो उन्हें पुलिस अधिकारी के रूप में काम करने के लिए आवश्यक होते हैं।
इन चरणों को पूरा करने के बाद, आप IPS अधिकारी के रूप में देश के किसी भी राज्य ,प्रदेश में नियुक्त किये जाते है। 

भारतीय वन सेवा(IFS ) - 

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 भारत की राज्य सरकार के तहत स्थापित एक संगठन है जो भारत के वन और वन्य जीवों के संरक्षण एवं प्रबंधन से जुड़ी कार्यों के लिए जिम्मेदार है। भारत में वन सेवा नियंत्रण, संरक्षण, विकास एवं प्रबंधन के लिए संसाधनों के साथ वन सम्बंधित सभी क्षेत्रों में काम करती है।

भारतीय वन सेवा का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है और यह भारत के सभी राज्यों में अपनी शाखाएं और कार्यालयों के साथ विद्यमान है। इसके अलावा, वन सेवा के अंतर्गत भारत में वन संरक्षण एवं वन्य जीवों के संरक्षण से संबंधित अन्य संगठन भी हैं।

भारतीय वन सेवा द्वारा कई उपलब्धियां हासिल की गई हैं जैसे वन संरक्षण, वन्य जीवों के संरक्षण, वन संबंधी विकास कार्य, वन सम्पदा का संरक्षण और प्रबंधन, बाढ़ नियंत्रण, पानी की बचत, जलवायु परिवर्तन और जैव विविधता के संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण कार्यों में सक्षम होती है।

 IFS (Indian Forest  Service) अधिकारी बनने के लिए निम्नलिखित कदमों का पालन कर सकते हैं:

  • शैक्षिक योग्यता: सबसे पहले, आपको किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक डिग्री या उससे समतुल्य डिग्री होनी चाहिए।
  • सिविल सेवा परीक्षा (Civil Services Examination): उन उम्मीदवारों के लिए आयोजित की जाती है जो IAS, IPS, IFS, IRS आदि जैसी सभी भारतीय सिविल सेवाओं में भाग लेना चाहते हैं। इस परीक्षा को यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) द्वारा आयोजित किया जाता है।
  • चयन: उन उम्मीदवारों के लिए, जो सफलतापूर्वक सिविल सेवा परीक्षा पास करते हैं, आयोग द्वारा नियुक्ति हेतु चयन किया जाता है।
  • प्रशिक्षण: भारतीय वन सेवा में चयनित उमेदवारोंको भारतीय वन प्रशिक्षण संस्था,उत्तरांचल  में पर्शिक्षण दिया जाता है प्रशिक्षणार्थी हो भारतीय वन सेवा में पड़े भारत में कहीभी नियुक्त किया जाता है। 
ऊपर दी गई 3 प्रमुख अखिल  भारतीय सेवाओंके बाद अन्य सेवाओं में अभ्यर्थी के प्राप्तांक,श्रेणी, और रैंकिंग के अनुसार अन्य सेवओमे सम्मिलित किया जाता है।  इसलिए उन्हें विभिन्न प्रशिक्षण दिलाया जाता है। 

इस तरह देश की प्रशाशनिक व्यवस्था इन महत्वपूर्ण परीक्षाओं के माध्यम से UPSC  आयोग द्वारा चलाई जाती है। आशा करते है की आप को upsc kya hota hai के बारे में सम्पूर्ण जानकारी मिली है।  









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